What is Computer Network (कंप्यूटर नेटवर्क क्या है)

कंप्यूटर नेटवर्क  "Basics of Computer Network"

कंप्यूटर Networking कंप्यूटरों को जोड़ने की प्रक्रिया है, ताकि वे संचार और जानकारी का आदान-प्रदान कर सकें। संचार करने की क्षमता उपयोगकर्ताओं के लिए प्रदान की जाती है। कंप्यूटर नेटवर्किंग से सम्बंदित सभी बुनियादी जानकारियों को इस आर्टिकल में कवर किया जाएगा ताकि हर कोई इसे बेहतर ढंग से समझ सके।


"What is Computer Network  "कंप्यूटर नेटवर्क क्या है"

कंप्यूटर नेटवर्क कैसे काम करता है  (How Does a Computer Network Work)

एक कंप्यूटर नेटवर्क के बुनियादी घटक नोड्स और कनेक्शन होते हैं। वह डिवाइस जो डेटा के माध्यम से संचार करता है, जैसे मॉडेम, राउटर, या डेटा टर्मिनल जिसका उपयोग दो या अधिक कंप्यूटरों को जोड़ने के लिए किया जाता है, को नेटवर्क Node के रूप में जाना जाता है। Link , जो डेटा के नेटवर्क में परिवहन और भेजने में मदद करता है, को कभी-कभी वायर, केबल या वायरलेस Networking के रूप में जाना जाता है।


कंप्यूटर नेटवर्क की कार्यप्रणाली को नियमों या प्रोटोकॉल्स की मदद से परिभाषित किया जाता है, ये Control करते हैं कि कंप्यूटर नेटवर्क कैसे काम करता है। प्रत्येक गैजेट में एक IP Address होता हैं, जो Device पहचानने में मदद करता हैं।


कंप्यूटर नेटवर्क की  शब्दावली  (Terminologies of Computer Networks)


  • नेटवर्क (Network)- एक नेटवर्क उन Computer और Devices का समूह है जो संचार और डेटा को आपस में जुड़ने की अनुमति देते हैं। इसकी मदद से हम कंप्यूटरों के बीच सम्बन्ध इस्तापित कर डेटा एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेज सकते हैं।


  • नोड्स (Nodes) - नेटवर्क से जुड़े हुए उपकरणों को नोड्स कहा जाता हैं।जैसे की ' कंप्यूटर, सर्वर, प्रिंटर, राउटर, स्विच' और अन्य उपकरण आदि । नोड्स हमें अलग-अलग Devices को एक दूसरे से जोड़ने में मदद करते हैं और संचार सुनिश्चित करते हैं।

  • प्रोटोकॉल (Protocol) - प्रोटोकॉल नियमों और मानकों के एक सेट का समूह होता है. जिसके द्वारा नेटवर्क पर डेटा के प्रसारण को नियंत्रित किया जाता है। जो नियम बनाते हैं कि डेटा किस प्रकार भेजा जाए और किस तरह प्राप्त किया जाए। उदाहरण के लिए, TCP/IP, HTTP और FTP ये सभी प्रोटोकॉल्स हैं।

  • टोपोलॉजी(Topology)- एक नेटवर्क में संबंधित नोड्स की भौतिक और तार्किक व्यवस्था को दर्शाने के लिए नेटवर्क टोपोलॉजीका उपयोग किया जाता है।इसके द्वारा यह बतया जाता है की नोड्स कैसे एक दूसरे से जुड़े होते हैं। कुछ सामान्य नेटवर्क टोपोलॉजी के उदाहरण जैसे की Bush , Star, Ring, Mesh और Tree आदि ।

  •  सेवा प्रदाता नेटवर्क(Service Provider Networks)- इस प्रकार के नेटवर्क उन सेवाओं को प्रदान करते है जो नेटवर्क की क्षमता और कार्यक्षमता को बढ़ाती हैं। सेवा प्रदाता नेटवर्क मे वायरलेस संचार, डेटा वाहक और अन्य सुविधाएं शामिल हो सकती हैं।

  • आईपी ​​पता (IP Address)- एक आईपी ​​पता एक अद्वितीय संख्यात्मक पहचानकर्ता होता है जिसे हर डिवाइस को दिया जाता है। इसका उपयोग उपकरणों की पहचान करने और उनके बीच संचार स्थापित करने के लिए किया जाता है।

  • DNS (डोमेन नेम सिस्टम)- यह एक प्रोटोकॉल है जो हमारे मानव के पड़ने योग्य डोमेन नामों जैसे (www.google.com) को कंप्यूटरद्वारा समझा जा सके ,आईपी ​​पतों में अनुवाद करने के लिए उपयोग किया जाता है।

  • फ़ायरवॉल(Firewall)- फ़ायरवॉल एक सुरक्षा उपकरण है जो इनकमिंग और आउटगोइंग नेटवर्क ट्रैफ़िक की Security और Control करने के लिए उपयोग होता है। यह अनधिकृत पहुँच से नेटवर्क को सुरक्षित रखने और अन्य सुरक्षा संबंधित खतरों से बचाने के लिए उपयोग किया जाता है।

कंप्यूटर नेटवर्क के प्रकार (Types of Computer Networks)

  1. LAN (लोकल एरिया नेटवर्क) - LAN एक ऐसा नेटवर्क है जिस के द्वारा एक छोटे क्षेत्रफल जैसे कार्यालय ,घर अदि को नेटवर्क से जोडा जाता है। LAN का उपयोग अक्शर कंप्यूटर और अनेक प्रकार का उपकरणों को एक साथ जोड़ने के लिए किया जाता है।
  2. WAN (वाइड एरिया नेटवर्क) - WAN एक मत्वपूर्ण विस्तृत नेटवर्क है जो बड़े भौगोलिक क्षेत्रो (जैसे शहर, देश या पूरी दुनिया) को आपस मे जोड़ता है। WAN का उपयोग LAN को एक साथ जोड़कर लंबी दूरी के के लिए संचार इस्थापित किया जाता है।
  3. क्लाउड नेटवर्क(Cloud Networks) - क्लाउड नेटवर्क WAN से संबंधित है, क्योंकि यह सार्वजनिक या निजी क्लाउड Service Providers पर होस्ट किया जाता है और उपयोगकर्ताओं के लिए क्लाउड नेटवर्क उपलब्ध करवाया जाता है। क्लाउड नेटवर्क में वर्चुअल राउटर, फायरवॉल और अन्य सुरक्षा सुविधाओ को शामिल किया जाता हैं।
  4. ओपन सिस्टम(Open system) - ओपन सिस्टम "रेडी टू यूज़ " अवधारणा पर आधारित होता है, जो नेटवर्क से जुड़ा होता है और संचार के लिए तैयार होता है।
  5. बंद प्रणाली(Closed system) - एक प्रणाली होती है जो नेटवर्क से जुड़ी नहीं होती और इस प्रणाली के द्वारा संचार इस्थापित नहीं किया जा सकता है।

कंप्यूटर नेटवर्क आर्किटेक्चर क्या है और इसके प्रकार?(Types of Computer Network Architecture)

क्लाइंट-सर्वर आर्किटेक्चर(Client-Server Architecture ) - क्लाइंट-सर्वर आर्किटेक्चर ऐसा कंप्यूटर नेटवर्क है जहां पर Nods को Server या Client के रूप में व्यवस्थित किया जाता है, और "सर्वर" नोड्स ,क्लाइंट नोड्स के संचार और सेवाओं को मैनेज करता हैं।


पीयर-टू-पीयर आर्किटेक्चर (Peer-to-Peer Architecture) - P2P आर्किटेक्चर में किसी भी प्रकार का सेंट्रल सर्वर नहीं होता है। प्रत्येक डिवाइस स्वतंत्रतापूर्वक क्लाइंट या सर्वर की भूमिका निभाता है और Network और Sources को साझा करता है।


नेटवर्क टोपोलॉजी एंड लेयर्स (Network Topology And Layers)


नेटवर्क टोपोलॉजी के द्वारा केवल नेटवर्क में उपकरणों की व्यवस्था या लेआउट को दर्शाया जाता है। जिसके बहुत से प्रकार होते है कुछ सामान्य उदाहरण इस प्रकार हैBus, Star, Mesh, Ring Topology है


ओएसआई मॉडल (OSI Model) - इस मोडल के द्वारा संचार प्रोटोकॉल के मानकों और प्रत्येक परत की कार्यक्षमताओं को परिभाषित किया जाता है। OSI मॉडल को "इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन" द्वारा विकसित किया गया है, और इसे 7 लेयरों के मथ्यमा ससमझाया गया है । OSI मॉडल की हर एक परत में अलग-अलग कार्य होते हैं और प्रत्येक परत को अपने-अपने प्रोटोकॉल का पालन करना होता है।

OSI Model की 7 Layers इस प्रकार है ;


1. फिजिकल लेयर  (Physical Layer)
2. डेटा लिंक लेयर  (Data Link Layer)
3. नेटवर्क लेयर  (Network Layer)
4. ट्रांसपोर्ट लेयर  (Transport Layer)
5. सत्र लेयर  (Session Layer)
6. प्रेजेंटेशन लेयर  (Presentation Layer)
7. अनुप्रयोग लेयर  (Application Layer)


प्रत्येक लेयर का अपना महत्वपूर्ण योगदान होता है, और प्रत्येक लेयर को अपने काम करने के लिए निर्दिष्ट प्रोटोकॉल का उपयोग करना होता है।

Computer Network

Protocol

प्रोटोकॉल एक नियमों और एल्गोरिदम्स का सेट होता है जिसमें वर्णन होता है की दो संगठनों को संचार करने के लिए नेटवर्क में कैसे काम करना चाहिए | OSI मॉडल के प्रत्येक Layer पर अपना स्वयम का Protocol होता है। कुछ ऐसे प्रमुख प्रोटोकॉल के उदहारण इस प्रकार हैं ,टीसीपी (TCP), आईपी (IP), यूडीपी (UDP), एआरपी (ARP), डीएचसीपी (DHCP), एफटीपी (FTP) आदि।


प्रोटोकॉल यह निर्देशित करते हैं कि डेटा कैसे Packets में विभाजित होगा, कैसे Errors को संशोधित किया जाएगा, संदेशों को कैसे Receive किया जाएगा, और कई और संचार संबंधी कार्यों को कैसे पूरा किया जाएगा। प्रोटोकॉल नेटवर्क के सही और सुगम संचार को सुनिश्चित करने में मदद करते हैं।

Network ​​में पहचानकर्ता


* Hostname - हम अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या अन्य नेटवर्क उपकरण को होस्टनेम देते हैं। जिस के द्वारा हम अपने उपकरण को पहचानते हैं, और उसे अन्य उपकरणों से अलग करते हैं।


* IP Address -(Internet Protocol address) यह लॉजिकल Address होता है, जो नेटवर्क पर सिस्टम का पता है। www वैब में प्रत्येक उपकरण को पहचानने के लिए, "इंटरनेट असाइन्ड नंबर अथॉरिटी" (IANA) हर उपकरण के लिए एक यूनिक पहचानकर्ता के रूप में IPV4 (संस्करण 4) Address निर्धारित करती है। IPv4 Address की लंबाई 32 बिट होती है, इसलिए हमारे पास 232 IP Address होते हैं।

* MAC Address (Media Access Control address) -इसे Physical Address भी कहा जाता है, मैक एड्रेस हर होस्ट की Unique Identity होती है और इसे उसके NIC (नेटवर्क इंटरफेस कार्ड) से जोड़ा जाता है।MAC Address निर्माण के समय NIC को आवंटित किया जाता है। मैक एड्रेस की लंबाई : 12-निब्बल / 6 बाइट्स / 48 बिट्स होती है।




FAQ

Q. कंप्यूटर कंप्यूटर नेटवर्किंग क्या है?

Ans.कम्प्यूटर Networking कंप्यूटरों को जोड़ने की प्रक्रिया है, ताकि वे संचार और जानकारी का आदान-प्रदान कर सकें। संचार करने की क्षमता उपयोगकर्ताओं के लिए प्रदान की जाती है। 


Q.नेटवर्क कितने प्रकार के होते हैं?

Ans.नेटवर्क कई प्रकार के होते हैं, जैसे LAN (Local Area Network), WAN (Wide Area Network), MAN (Metropolitan Area Network), PAN (Personal Area Network), WLAN (Wireless Local Area Network), SAN (Storage Area Network), CAN (Campus Area Network), आदि ये सभी कंप्यूटर नेटवर्क के उदहारण है |





 



और नया पुराने