जानें स्मार्टफोन से जुड़े खास तथ्यों की सच्चाई
लोगों के मन में स्मार्टफोन को लेकर काफी तरह की आशंकाएं होती हैं। कुछ लोग सोचते हैं कि "स्मार्टफोन एक बेमिसाल उपकरण" है जिसे जरूरत से ज्यादा चार्ज करने पर दिक्कत हो सकती है। इस तरह के मिथकों की सच्चाई जानना आपके लिए काफी जरूरी हो जाता है।
मौजूदा दौर मे स्मार्टफोन हर व्यक्ति के लिए जरूरी है। इसके बिना आप किसी भी काम की कल्पना नहीं कर सकते हैं।
पर जैसा कि हर टेक्नोलॉजी के साथ होता है, स्मार्टफोन को लेकर भी लोगों के दिमाग में कई तरह के भ्रम मौजूद हैं। कुछ को लगता है कि जरूरत से ज्यादा चार्ज करने पर स्मार्टफोन की बैटरी को नुकसान पहुंचेगा तो कुछ तो लगता है कि आपके हैंडसेट को सुरक्षित रखने के लिए स्क्रीनगार्ड जरूरी है। कुछ लोग सोचते ...हैं कि स्मार्टफोन के कैमरे में जितने ज्यादा मेगापिक्सल होंगे, उतना ही अच्छा फोटो आएगा। कुछ लोग मानते हैं कि मल्टीकोर प्रोसेसर ज्यादा स्पीड से काम करता है। आइए जानते हैं स्मार्टफोन से जुड़े इस तरह के कुछ खास तथ्यों के बारे में, जो कि एक" बेमिसाल उपकरण "है।
टास्क किलर से बढ़ती है स्पीड !
ज्यादातर लोगों का मानना है कि सभी एप्स को बंद करने या एप्स को रिमूव करने के लिए टास्क किलर इस्तेमाल करने से आपके डिवाइस की स्पीड बढ़ जाती है। लेकिन असलियत में होता यह है कि जब इन एप्स को इस्तेमाल नहीं कर रहे होते हैं तो ये बैकग्राउंड में फ्रीज हो जाते हैं। ये बहुत कम मात्रा में मेमोरी काम में लेते हैं। ये रैम में कैश्ड हो जाती हैं, ताकि अगली बार इन एप्स को तेजी से ओपन कर सकें। इस्तेमाल में नहीं आने वाले एप्स को रैम से हटाने पर आपका फोन स्लो हो जाता है। इसलिए सोच-समझकर ही एप्स हटाएं।
ज्यादा चार्जिंग से खराब होती है बैटरी !
पूरी रात फोन चार्जिंग पर लगाकर छोड़ने से कोई नुकसान नहीं होता है, क्योंकि स्मार्टफोन्स को इस तरह से डिजाइन किया जाता है कि जरूरत से ज्यादा चार्ज होने पर वे खुद को सुरक्षित कर सकें। आपका फोन जैसे ही पूरा चार्ज होता है, यह करंट रोक देता है।
एंड्रॉइड फोन में वायरस होते हैं !
कुछ खास कारणों से एंड्रॉइड फोन्स की मेलवेयर के मामले में काफी खराब प्रतिष्ठा रही है। हालांकि यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि केवल कुछ स्मार्टफोन्स ही हैं जो मेलवेयर से प्रभावित होते हैं। यदि आप गूगल प्ले से अपने लिए एप्स डाउनलोड कर रहे हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। यहां सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है।
स्मार्टफोन का वास्तविक चार्ज ही सही !
ज्यादातर मॉर्डन स्मार्टफोन्स स्टैंडर्ड यूएसबी चार्जर्स इस्तेमाल करते हैं यानी आप कोई भी यूएसबी चार्जर काम में ले सकते हैं जो पर्याप्त पावर मुहैया करवाता है। यदि आप अपने फोन के लिए ऐसा चार्जर इस्तेमाल कर रहे हैं जो आपके पुराने चार्जर से ज्यादा पावरफुल है तो इसमें किसी तरह का नुकसान नहीं है।
ज्यादा मेगापिक्सल यानी बेहतर फोटो !
स्मार्टफोन के कैमरे में ज्यादा मेगापिक्सल होने का अर्थ यह नहीं है कि फोटोज या वीडियोज की क्वालिटी भी शानदार ही होगी। फोटो और वीडियो की क्वालिटी के लिए कई अन्य चीजों का भी काफी फर्क पड़ता है।
जिनमें लेंस, सेंसर और पिक्सल साइज़, सॉफ्टवेयर और एल्गोरिदम्स, सामग्री और अनुभव शामिल हैं। इन सभी तत्वों को मिलाकर आप एक बेहतर और उत्कृष्ट फोटोग्राफी अनुभव प्राप्त कर सकते हैं। आपके द्वारा बताए गए सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए, आप वास्तविकता और जीवंतता से भरपूर फोटोज कैप्चर कर सकते हैं।मल्टी-कोर प्रोसेसर स्मार्टफोन तेज हैं !
. जब भी स्मार्टफोन के प्रोसेसर की बात आए तो आपको इसकी क्वालिटी पर गौर करना चाहिए, न कि क्वांटिटी पर। यदि आप किसी एंड्रॉइड 8 कोर प्रोसेसर की तुलना एप्पल आईफोन 6 एस के ड्यूल कोर प्रोसेसर से करेंगे तो पता लगेगा कि आईफोन तेज है।
जैसा कि हमने देखा, स्मार्टफोन एक बेमिसाल उपकरण है जो हमारे जीवन को सुगम और ज्योतिष्पंडन करने के लिए सभी आवश्यक सुविधाओं को प्रदान करता है। इसके साथ ही, यह हमारे रचनात्मकता को प्रोत्साहित करता है और हमें नए और अद्वितीय अनुभवों का आनंद लेने की स्वतंत्रता देता है। स्मार्टफोन ने हमारे जीवन को बदल दिया है और आगे बढ़ते समय में यह उन्नति और नवीनीकरण का केंद्र होने की संभावना रखता है। तो, जब आप अगली बार अपने स्मार्टफोन को उठाएं, याद रखें कि यह आपके साथ हमेशा एक महान साथी बना रहेगा, जो आपकी जरूरतों को पूरा करने और आपके जीवन को बेहतर बनाने के लिए यहां है
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